पाकिस्तान की वर्तमान परिस्थिति
पाकिस्तान की आर्थिक, राजनीतिक, और सामाजिक संघर्ष उसे गहरे संकट में डाल चुके हैं। आतंकवाद, भ्रष्टाचार, और आर्थिक अस्थिरता की समस्याएं उसकी प्रगति को रोक रही हैं। राजनीतिक अस्थिरता और आंतरिक संघर्षों ने देश के विकास को अवरुद्ध किया है। इसके अलावा, सुरक्षा समस्याएं और सीमा पर तनाव भी देश को परेशान कर रहे हैं। पाकिस्तान अपने सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक विकास के लिए मुश्किल में है और सकारात्मक कदमों की आवश्यकता है।
मालूम हो कि देश 125 अरब डॉलर तक के विदेशी ऋण और देन दारियों के बोझ तले दबा हुआ है और देश जुलाई से शुरू होने वाले 25 अरब डॉलर के विदेशी ऋण भुगतान को पूरा करने के लिए धन जुटाने के लिए संघर्ष कर रहा है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) का 3 अरब डॉलर का कार्यक्रम भी अगले महीने समाप्त हो रहा है।
TATA की संपत्ति
टाटा ग्रुप, जो नमक से लेकर सॉफ्टवेयर तक कई उत्पादों का निर्माण करता है, का बाजार मूल्य इतना उच्च है कि वह पाड़ोसी देश पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को परास्त कर सकता है। अनुसार एक रिपोर्ट, टाटा ग्रुप की बाजार कैप 365 बिलियन डॉलर है। एक तुलनात्मक सांख्यिकी के अनुसार, पाकिस्तान की जीडीपी 341 बिलियन डॉलर है। इससे पता चलता है कि टाटा ग्रुप का बाजार मूल्य पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था की तुलना में अधिक है।
TCS, जिसका बाजार मूल्य लगभग 15 लाख करोड़ रुपये है, भारत की न सिर्फ दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है, बल्कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था का लगभग आधा हिस्सा है, जो अभी भी कर्ज के बोझ के तहत अर्थिक संकट से जूझ रहा है। टाटा समूह के बाजार मूल्य में हालिया बढ़ोतरी के साथ, TCS, टाटा मोटर्स, और ट्रेंट को समेत कई कंपनियों ने पिछले एक साल में उत्कृष्ट रिटर्न प्रदान किया है। हाल ही में, TATA टेक्नोलॉजीज समेत कई टाटा कंपनियों की संपत्ति में दोगुनी वृद्धि दर्ज की गई है, इस से स्पष्ट है कि टाटा समूह अपने व्यापार में सुधार कर रहा है।