रिजल्ट शॉक: HDFC Bank शेयर में 9% की गिरावट, Experts बोले फायदा उठाएं इस मौके का

HDFC Bank - भारत में एक प्रमुख निजी क्षेत्र का बैंक है। इसे 1994 में स्थापित किया गया था और तब से यह भारत के सबसे बड़े और सबसे सफल बैंकों में से एक बन गया है। HDFC Bank विभिन्न वित्तीय उत्पादों और सेवाओं का विस्तार प्रदान करता है, जिसमें खुदरा बैंकिंग, होलसेल बैंकिंग, और ट्रेज़री संचालन शामिल हैं। यह देश भर में करोड़ों ग्राहकों को सेवा प्रदान करता है और बचत खाता, चालू खाता, ऋण, क्रेडिट कार्ड, और विभिन्न निवेश उत्पादों जैसी सेवाएं प्रदान करता है।
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Nifty में आज 460 अंकों से अधिक की गिरावट हुई और इसमें HDFC Bank (-8.44%) का बड़ा रोल रहा । 

भारतीय शेयर बाज़ार में आज बुधवार को बहुत बड़ी गिरावट के साथ कारोबार की शुरुआत हुई. तेज़ी वाले सेंटीमेंट के बीच Gap down ओपनिंग ने शेयर बाज़ार का रुख बदल दिया. इस दौरान मार्केट के लिए एक और कमज़ोर खबर HDFC Bank के रिज़ल्ट के बाद उसके शेयरों में बड़ी देखने को मिली | मंगलवार की शाम को एचडीएफसी बैंक का रिज़ल्ट आया जिसमें नेट प्रॉफिट तो बढ़ा लेकिन रिज़ल्ट मार्केट की उम्मीद के अनुरूप नहीं रहे | 

Hdfc Bank का चालू वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही(अक्टूबर-दिसंबर)  में नेट प्रॉफिट 34 प्रतिशत बढ़कर 16,374 करोड़ रुपये रहा. बैंक का पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में नेट प्रॉफिट 12,260 करोड़ रुपये रहा था. इसके चलते  बुधवार को HDFC Bank के शेयर 9 प्रतिशत तक गिर गए.

HDFC Bank में क्यों आई तेज गिरावट?

दिसंबर क्वार्टर के परिणाम में निराशा के बाद, कई ब्रोकरेज़ ने स्टॉक पर अपने लक्ष्य मूल्यों को कम कर दिया जिससे गिरावट हुई है। HDFC बैंक के Q3 में मुनाफा में वृद्धि (पिछले वर्ष से 33% बढ़कर ₹16,373 करोड़) मुख्यत: ₹1,500 करोड़ के टैक्स प्रावधान की एक विशेष प्रक्रिया द्वारा बढ़ाई गई थी।

बीएनपी पैरिबास के संतानु चक्रवर्ती ने कहा- हालांकि 3.7% पर गणना की गई NIM उचित थी, यह कम आधार पर क्रमश: स्थिर रही, जो एक सांदर्भिक निराशा है, क्योंकि बैलेंस शीट में नकदी और निवेशों में अपेक्षित से भी तेजी से कमी हुई। बैलेंस-शीट की लिक्विडिटी में कमी और कर्ज में कमी के बावजूद, ब्याज कमाने वाली संपत्तियों के यील्ड QoQ में स्थिर रहे, यह निराशा का मुख्य कारण था।

HDFC Bank LTD – 1537.50(-8.44%)

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